गाजियाबाद। नगर कोतवाली क्षेत्र में मेरठ के युवक ने धर्मांतरण का ढोंग रचकर एक युवती से शादी की। इसके बाद बेटा होने पर उसका सुन्नत कराकर अपने धर्म के हिसाब से नाम रख लिया। मामले में युवती की मां ने नगर कोतवाली में अब्दुर्रहमान के खिलाफ धोखाधड़ी और धर्म परिवर्तन का मुकदमा दर्ज कराया है। ओडिशा के भुवनेश्वर निवासी महिला ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि अब्दुर्रहमान मवाना मेरठ का रहने वाला है। उनकी बेटी नोएडा सेक्टर-71 में रहती थी। वहां उसका संपर्क अब्दुर्रहमान से हुआ। 2018 में अब्दुर्रहमान उनकी बेटी को गाजियाबाद ले आया और धर्म परिवर्तन का ढोंग रचकर उसने आर्य समाज मंदिर और हिंदू महासभा के जरिए शादी का पंजीकरण करा दिया। महिला ने बताया कि कि हिंदू विशेष विवाह अधिनियम के तहत अगर अलग-अलग धर्म के युवक-युवती विवाह करते हैं तो उसमें माता-पिता को सूचित करना अनिवार्य होता है लेकिन ऐसा नहीं किया गया। मामले में पुलिस से शिकायत की गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। मुख्यमंत्री से मामले में गुहार लगाई तब मुकदमा दर्ज हुआ। डीसीपी नगर राजेश कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। साक्ष्यों के आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। बेटा हुआ तो कराया सुन्नत
महिला का आरोप है कि उनकी बेटी ने 2021 में बेटे को जन्म दिया। अब्दुर्रहमान ने धर्म परिवर्तन करने के बावजूद बेटे का इस्लाम धर्म के मुताबिक सुन्नत कराया और उसका नाम अली रखा। इसके बाद उसकी साजिश पता चला। अब्दुर्रहमान और उनकी बेटी अब मेरठ में रह रहे हैं। वह वहां पर अपने सारे धार्मिक रीति-रिवाज इस्लाम धर्म के तहत कर रहा है और बेटी का उत्पीड़न कर रहा है। जलाकर अपंग करने का भी आरोप
युवती की मां ने बताया कि उनकी बेटी पढ़ने में बहुत होशियार और सुंदर थी। अब्दुर्रहमान ने शुरुआत में उसे जाल में फंसाने की कोशिश की। वह उसके झांसे में नहीं आई तो 17 नवंबर 2017 को अब्दुर्रहमान ने बेटी को उसी के फ्लैट में जला दिया। चार दिन बाद सूचना मिलने पर उन्होंने बेटी को दिल्ली में भर्ती कराया। उनकी बेटी 28 फीसदी जल गई थी। बेटी ने पुलिस को बयान दिया था कि बेहोश करने के बाद उसे जलाया गया, इसके बावजूद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।