इटावा में जिला सहकारी बैंक में 24 करोड़ रुपयों का गबन करने वाले मुख्य आरोपी वरिष्ठ शाखा प्रबंधक (निलंबित) को कोतवाली पुलिस ने राजस्थान के भरतपुर से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस कनिष्ठ प्रबंधक और कैशियर को इसी मामले में पहले ही जेल भेज चुकी है। सात अन्य फरार आरोपियों को भी पुलिस पकड़ने के लिए दबिश दे रही है। जिला सहकारी बैंक के उपमहाप्रबंधक उमेश कुमार व वरिष्ठ शाखा प्रबंधक राजीव त्रिपाठी ने शहर के नौरंगाबाद स्थित बैंक शाखा की जांच की थी। जांच में 24,18,66000 रुपये का गबन व 72,30,013 रुपयों की अनियमितता मिलने पर 10 लोगों पर रिपोर्ट दर्ज कराई थी। कमेटी की जांच में मुख्य आरोपी वरिष्ठ शाखा प्रबंधक अखिलेश चतुर्वेदी को पाया गया था। जिसे पहले ही निलंबित कर दिया गया था। वहीं, 18 जुलाई को नामजद आरोपी कनिष्ठ शाखा प्रबंधक अतुल प्रताप सिंह व कैशियर नफीसुल जैदी उर्फ गुड्डू को पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था।
रिपोर्ट दर्ज होने के बाद मुख्य आरोपी सहित आठों आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए लगातार दबिश दे रही है। एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने बताया कि कोतवाली प्रभारी विक्रम सिंह चौहान और अपराध निरीक्षक भोला प्रसाद रस्तोगी आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए उनके ठिकानों पर दबिश दे रहे हैं। मुख्य आरोपी रिपोर्ट दर्ज होने के बाद लगातार अपनी लोकेशन बदल रहा था। बुधवार को सटीक सूचना मिलने पर कोतवाली पुलिस राजस्थान के भरतपुर स्थित राज पैलेस होटल पहुंची। वहां से आरोपी अखिलेश चतुर्वेदी को गिरफ्तार किया गया। कार्रवाई के बाद आरोपी को जेल भेज दिया गया।